भारत की कुल विद्युत क्षमता 5.05 लाख मेगावाट तक पहुँची

भारत की कुल विधुत क्षमता 5.05 लाख मेगावाट पहुँची; गैर-जीवाश्म स्रोतों की हिस्सेदारी 50% से अधिक

01 दिसंबर 2025 | PIB दिल्ली
भारत ने अपनी ऊर्जा परिवर्तन यात्रा में एक और बड़ा मुकाम हासिल किया है। 31 अक्टूबर 2025 तक देश की कुल स्थापित विधुत उत्पादन क्षमता बढ़कर 5,05,023 मेगावाट हो गई है। इसमें गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों की हिस्सेदारी 2,59,423 मेगावाट है, जो कि कुल क्षमता का 51.37% है। वहीं जीवाश्म ईंधन आधारित क्षमता 2,45,600 मेगावाट (48.6%) है। यह दर्शाता है कि भारत ने पहली बार गैर-जीवाश्म ऊर्जा को जीवाश्म ईंधन से आगे कर दिया है।

इस उपलब्धि के साथ भारत ने जून 2025 तक अपने स्थापित गैर-जीवाश्म बिजली क्षमता का 50% लक्ष्य प्राप्त कर लिया है—जो पेरिस समझौते के राष्ट्रीय योगदान लक्ष्य (NDCs) से पाँच वर्ष पूर्व हासिल किया गया है।


2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म क्षमता के लक्ष्य की दिशा में तेज़ कदम

भारत सरकार ने नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:

मुख्य पहलें

  • Iशुल्क में छूट:
    • सौर/पवन परियोजनाएँ – 30 जून 2025 तक
    • ग्रीन हाइड्रोजन परियोजनाएँ – दिसंबर 2030 तक
    • अपतटीय पवन परियोजनाएँ – दिसंबर 2032 तक
  • सौर, पवन, हाइब्रिड और FDRE परियोजनाओं के लिए मानक प्रतिस्पर्धी बोली दिशानिर्देश लागू।
  • 50 GW/वर्ष की नीलामी वित्त वर्ष 2023–28 के दौरान जारी करने की योजना।
  • 100% FDI स्वचालित मार्ग से अनुमत।
  • ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर के तहत नई ट्रांसमिशन लाइनों और सबस्टेशनों के लिए धन उपलब्ध।
  • 2032 तक व्यापक ट्रांसमिशन योजना तैयार।
  • सौर पार्क और अल्ट्रा मेगा सौर परियोजनाओं के लिए भूमि और ट्रांसमिशन की उपलब्धता सुनिश्चित।
  • PM-KUSUM, PM Surya Ghar Yojana, National Green Hydrogen Mission, VGF for Offshore Wind, Solar PLI Scheme जैसी महत्वपूर्ण योजनाएँ लागू।
  • Renewable Consumption Obligation (RCO) 2029-30 तक अनिवार्य—अनुपालन न करने पर दंड।
  • Green Term Ahead Market (GTAM) शुरू, ताकि एक्सचेंजों पर RE ट्रेडिंग आसान हो।

भारत का ऊर्जा परिवर्तन: परमाणु ऊर्जा, बैटरी भंडारण और पंप स्टोरेज पर तेज़ फोकस

परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में प्रमुख कदम

  • 2047 तक 100 GW परमाणु क्षमता का लक्ष्य।
  • 20,000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ Small Modular Reactors (SMR) का विकास।
  • निजी निवेश हेतु कानूनों में संशोधन जारी।
  • PHWR आधारित लघु रिएक्टरों का उन्नयन – उद्योगों और दूरस्थ क्षेत्रों में उपयोग हेतु।
  • नए यूरेनियम भंडार ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत कर रहे हैं।
  • NPCIL और NTPC का संयुक्त उपक्रम अश्विनी गठित।

ऊर्जा भंडारण क्षेत्र

  • 13.22 GWh BESS के लिए 3,760 करोड़ की VGF योजना।
  • जून 2025 में अतिरिक्त 30 GWh BESS के लिए 5,400 करोड़ की सहायता स्वीकृत।

पंप स्टोरेज परियोजनाएँ (PSP)

  • ग्रिड स्थिरता के लिए नई PSP नीति।
  • 11,870 मेगावाट क्षमता की 10 परियोजनाएँ निर्माणाधीन।

अपतटीय पवन ऊर्जा

  • रणनीति जारी।
  • शुरुआती 1 GW क्षमता के लिए VGF सहायता।

ग्रीन हाइड्रोजन मिशन

  • 2030 तक 5 MWT प्रति वर्ष उत्पादन क्षमता का लक्ष्य।
  • इससे 125 GW नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता की आवश्यकता होगी।

31 अक्टूबर 2025 तक भारत की स्थापित बिजली क्षमता का ब्योरा

श्रेणीक्षमता (MW)
जीवाश्म ईंधन कुल2,45,600
— कोयला2,18,258
— लिग्नाइट6,620
— गैस20,132
— डीज़ल589
गैर-जीवाश्म कुल2,59,423
— नवीकरणीय (सौर+पवन+अन्य)2,00,295
— बड़े जलविद्युत / PSP50,348
— परमाणु8,780
कुल स्थापित क्षमता5,05,023 MW

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