भारत में बना पहला MRI स्कैनर: Zoho समर्थित VoxelGrids ने रचा इतिहास

भारत का पहला स्वदेशी MRI स्कैनर: Zoho समर्थित स्टार्टअप VoxelGrids की ऐतिहासिक उपलब्धि

भारत ने चिकित्सा प्रौद्योगिकी (Medical Technology) के क्षेत्र में एक ऐसा कदम उठाया है, जिसे आने वाले वर्षों में हेल्थकेयर सेक्टर का टर्निंग पॉइंट माना जाएगा। अब तक जिस MRI (Magnetic Resonance Imaging) स्कैनर को भारत पूरी तरह विदेशों से आयात करता था, वही तकनीक अब देश में ही डिजाइन, विकसित और निर्मित की गई है।

यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है Zoho द्वारा समर्थित भारतीय मेडटेक स्टार्टअप VoxelGrids ने, जिसने भारत का पहला पूर्णतः स्वदेशी 1.5 टेस्ला MRI स्कैनर तैयार किया है।

यह सिर्फ एक मशीन नहीं, बल्कि Atmanirbhar Bharat, Make in India, और भारतीय स्वास्थ्य सेवाओं की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत नींव है।


🔎 खबर में क्यों?

दिसंबर 2025 के अंतिम सप्ताह में यह खबर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आई जब यह सामने आया कि VoxelGrids द्वारा विकसित स्वदेशी MRI स्कैनर को महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में स्थित Chandrapur Cancer Care Foundation में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया है।

👉 यह वही अस्पताल है जहां अब विदेशी MRI मशीन की जगह भारतीय तकनीक से बनी मशीन मरीजों की जांच कर रही है।


🏥 MRI किस अस्पताल में स्थापित की गई है?

📍 अस्पताल का नाम:

Chandrapur Cancer Care Foundation (CCCF)

  • स्थान: चंद्रपुर, महाराष्ट्र
  • कार्यक्षेत्र: कैंसर निदान और उपचार
  • महत्व: विदर्भ जैसे अपेक्षाकृत पिछड़े क्षेत्र में उन्नत डायग्नोस्टिक सुविधा

इस अस्पताल में स्वदेशी MRI की स्थापना यह साबित करती है कि:

  • यह तकनीक केवल मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं
  • बल्कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी भारत के लिए भी उपयोगी है

🏢 VoxelGrids क्या है?

VoxelGrids एक बेंगलुरु-आधारित भारतीय मेडटेक स्टार्टअप है, जो अत्याधुनिक MRI इमेजिंग सिस्टम विकसित करने पर केंद्रित है।

🔹 कंपनी का विज़न

  • भारत में किफायती MRI टेक्नोलॉजी लाना
  • आयात निर्भरता को खत्म करना
  • छोटे शहरों और सरकारी अस्पतालों तक MRI पहुंचाना

VoxelGrids का मानना है कि जब तक MRI मशीनें सस्ती और लोकल नहीं होंगी, तब तक भारत में यूनिवर्सल डायग्नोस्टिक एक्सेस संभव नहीं है।


🕰️ VoxelGrids की शुरुआत और सफर

  • 2016 – MRI टेक्नोलॉजी पर रिसर्च और मैग्नेट सिस्टम का प्रारंभिक काम
  • 2017 – VoxelGrids की आधिकारिक स्थापना
  • 2019 – सरकारी और संस्थागत रिसर्च सपोर्ट
  • 2021 – Zoho Corporation द्वारा रणनीतिक निवेश
  • 2023–2024 – क्लिनिकल ट्रायल और रेगुलेटरी प्रोसेस
  • 2025 – भारत का पहला स्वदेशी 1.5T MRI अस्पताल में स्थापित

👉 यह साफ दर्शाता है कि यह सफलता रातों-रात नहीं, बल्कि लगभग 9 वर्षों की रिसर्च और इंजीनियरिंग का परिणाम है।


🤝 Zoho की भूमिका

Zoho ने VoxelGrids को:

  • लॉन्ग-टर्म फंडिंग
  • बिना तात्कालिक मुनाफे के दबाव (Patient Capital)
  • डीप-टेक इनोवेशन के लिए स्वतंत्रता

प्रदान की।

यह उदाहरण बताता है कि भारतीय कॉर्पोरेट्स अब केवल सॉफ्टवेयर नहीं, हार्डवेयर इनोवेशन में भी निवेश कर रहे हैं।


🧲 स्वदेशी MRI स्कैनर की तकनीकी विशेषताएं

  • मैग्नेटिक फील्ड स्ट्रेंथ: 1.5 Tesla
  • टेक्नोलॉजी: Superconducting MRI
  • डिज़ाइन: Compact और Lightweight
  • Helium Requirement: Helium-free / Low-helium
  • मेंटेनेंस: कम लागत और लोकल सपोर्ट

👉 पारंपरिक MRI में हीलियम की कमी होने पर मशीन बंद हो जाती है, जबकि VoxelGrids की तकनीक इस जोखिम को काफी हद तक खत्म करती है।


💰 VoxelGrids MRI मशीन की कीमत

🔹 अब तक आयातित MRI मशीन

  • कीमत: ₹8–15 करोड़
  • AMC और स्पेयर: बहुत महंगे
  • विदेशी इंजीनियर पर निर्भरता

🔹 VoxelGrids की स्वदेशी MRI

  • अनुमानित कीमत: ₹3–4 करोड़
  • 40–60% तक सस्ती
  • सर्विस और मेंटेनेंस भारत में

इसका सीधा फायदा:

  • अस्पतालों की लागत कम
  • MRI जांच मरीजों के लिए सस्ती

🌍 अब तक भारत MRI मशीन कहां से आयात करता था?

स्वदेशी MRI आने से पहले भारत लगभग पूरी तरह विदेशी कंपनियों पर निर्भर था।

🔹 प्रमुख आयातक कंपनियां:

  • Siemens Healthineers – जर्मनी
  • GE Healthcare – अमेरिका
  • Philips Healthcare – नीदरलैंड

🔹 समस्या क्या थी?

  • मशीनों की ऊंची कीमत
  • विदेशी करेंसी पर निर्भरता
  • स्पेयर पार्ट्स में देरी
  • छोटे अस्पतालों के लिए MRI लगाना असंभव

👉 यही वजह है कि भारत जैसे बड़े देश में भी MRI मशीनें असमान रूप से वितरित थीं।


🇮🇳 स्वदेशी MRI क्यों गेम-चेंजर है?

  1. Import Dependency घटेगी
  2. Healthcare Infra मजबूत होगा
  3. Foreign Exchange बचेगा
  4. Rural & Tier-2 Cities में MRI पहुंचेगी
  5. Make in India को असली मजबूती

📚 परीक्षा के लिए महत्व

यह टॉपिक जुड़ा है:

  • Science & Technology
  • Economy (Manufacturing, Imports)
  • Health Sector
  • Startup Ecosystem
  • Atmanirbhar Bharat

SSC, Banking, UPSC, State PCS सभी के लिए अत्यंत उपयोगी।


🧠 निष्कर्ष

VoxelGrids का स्वदेशी MRI स्कैनर यह साबित करता है कि भारत अब केवल तकनीक का उपभोक्ता नहीं, बल्कि निर्माता (Creator) बन चुका है। Chandrapur Cancer Care Foundation जैसे अस्पताल में इसकी स्थापना यह दर्शाती है कि यह इनोवेशन जमीनी स्तर पर असर डालने के लिए तैयार है

यदि इसे बड़े पैमाने पर अपनाया गया, तो आने वाले वर्षों में:

  • MRI जांच सस्ती होगी
  • स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ होंगी
  • भारत मेडिकल टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनेगा

❓ Practice / Exam Questions (4)

Q1.

भारत का पहला स्वदेशी 1.5 टेस्ला MRI स्कैनर किस स्टार्टअप ने विकसित किया है?
उत्तर: VoxelGrids

Q2.

VoxelGrids का स्वदेशी MRI स्कैनर किस अस्पताल में स्थापित किया गया है?
उत्तर: Chandrapur Cancer Care Foundation, महाराष्ट्र

Q3.

भारत अब तक MRI मशीनें किन प्रमुख विदेशी कंपनियों से आयात करता था?
उत्तर: Siemens Healthineers, GE Healthcare, Philips Healthcare

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